गुरु अमर दास जी का जन्म कब हुआ?
5 मई 1479गुरु अमर दास / जन्म तारीख
गुरु अमरदास जी गुरु गद्दी पर कब बैठे थे?
इसे सुनेंरोकेंगुरु गद्दी— चैत्र शुक्ल 1, वि. सं. 1609 (16 अप्रैल सन् 1552 ई.)
गुरु अमर दास जी ने सिख धर्म के विकास के लिए क्या कार्य किया था
गुरु अमर दास गुरु की शिक्षाओं में एक महत्वपूर्ण प्रर्वतक थे जिन्होंने प्रशिक्षित पादरियों को नियुक्त करके ‘मंजी प्रणाली’ नामक एक धार्मिक संगठन की शुरुआत की , एक ऐसी प्रणाली जो समकालीन युग में विस्तारित और जीवित रही। उन्होंने भजनों को एक पोथी (पुस्तक) में लिखा और संकलित किया जिसने अंततः आदि ग्रंथ बनाने में मदद की।
गुरु अमर दास जी का जन्म कहाँ हुआ?
अमृतसरगुरु अमर दास / जन्म की जगहअमृतसर ज़िला भारत के पंजाब राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय अमृतसर है। विकिपीडिया
मंजी प्रथा क्या है?
इसे सुनेंरोकेंहर एक केन्द्र या मंजी पर एक प्रचारक प्रभारी को नियुक्त किया। जिसमें एक रहतवान सिख अपने दायित्वों के अनुसार धर्म का प्रचार करता था। गुरु अमरदास जी ने स्वयं एवं सिख प्रचारकों को भारत के विभिन्न भागों में भेजकर सिख पंथ का प्रचार किया।
गुरु अमरदास जी के कितने पुत्र थे?
इसे सुनेंरोकेंइनकी 4 संतान थी। जिनमें 2 पुत्र एवं 2 पुत्री थी। गुरु अंगद देव जी लगभग 7 साल तक गुरु नानक देव के साथ रहे और फिर सिख पंथ की गद्दी पर बैठे। गुरु अंगद देव जी सितंबर 1539 से मार्च 1552 तक अपने पद पर रहे।
गुरु अमर दास की रचना कौन सी है?
आनंद साहिबगुरु अमर दास / किताबें
गुरु अमर दास जी की वाणी कौन सी है?
इसे सुनेंरोकें’आनंदु साहिब’ उनकी उत्कृष्ट वाणी है। समाज सुधारक, महान प्रबंधक एवं तेजस्वी व्यक्तित्व श्री गुरु अमरदास जी 95 वर्ष की आयु में 1574 ई.
बीबी भनी किसकी पुत्री थी?
इसे सुनेंरोकेंबीबी भानी सिक्ख गुरु गुरु अमरदास की पुत्री और सिक्खों के चौथे गुरु रामदास की पत्नी थी ।
सिख धर्म के 10 गुरु कौन कौन से हैं?
धर्म के 10 गुरु के नाम को सिखाएं